हाइकू : किसान
सारे हैं मौन
मर रहा किसान
दोषी हैं कौन
मजे की बात
हो रही सियासत
देखो हालात
चिंता वोट की
खिसक रही कुर्सी
ऐसी चोट की
ना है आयोग
जो सुने किसान की
बढ़ा है रोग
राज बदले
हालात ना सुधरे
ताज बदले
क्या करे कोई
सुलक्षणा सोच में
जनता सोई
— डॉ सुलक्षणा