मेरी मुस्कान है मेरी बेटी
मेरी जान है मेरी बेटी
जिसकी महक से महकता है
मेरा घर आँगन
वो गुलाब है मेरी बेटी
मेरी हर एक पहेली
मेरे हर एक सवाल का
जवाब है मेरी बेटी
मेरी शान है मेरी बेटी
मेरा मान है मेरी बेटी
तुलसी के पोधे सी पावन
बड़ी भाग्यशाली
देवी स्वरूप है मेरी बेटी
गर्मियों में ठंडी छाँव
सावन की रिमझिम बारिश
सर्दियों की मीठी धूप है मेरी बेटी
मेरी पहचान है मेरी बेटी
मेरा भगवान है मेरी बेटी
बेटे से बढ़ कर प्यारी है
मेरे जिगर का टुकड़ा है
मेरी दुनिया मेरा संसार है मेरी बेटी
जितनी पूजा अर्चना की
जितनी मैंने अच्छाई की
उनके बदले ईश्वर का उपहार है मेरी बेटी
ईश्वर का वरदान है मेरी बेटी
मेरी खुशियों का जहान है मेरी बेटी
मेरे सुख दुःख की साथी
मेरी सखी सहेली
बिन कहे सब समझने वाली है मेरी बेटी
“सुलक्षणा” कोमल हृदय
फूलों सी नाजुक
सबसे निराली है मेरी बेटी
मेरी दास्तान है मेरी बेटी
मेरा मान सम्मान है मेरी बेटी
— डॉ सुलक्षणा