मुक्तक/दोहा

दोहे

महीने भर से ले रहे वो लोगो की जान
फिर भी कहते हैं कहो पाक माह रमजान

दिखा चाँद तो सच कहूँ , डर से उड़ गई नींद
कल कितने मर जाएंगे , क्योंकि कल है ईद

— मनोज “मोजू”

मनोज डागा

निवासी इंदिरापुरम ,गाजियाबाद ,उ प्र, मूल निवासी , बीकानेर, राजस्थान , दिल्ली मे व्यवसाय करता हु ,व संयुक्त परिवार मे रहते हुए , दिल्ली भाजपा के संवाद प्रकोष्ठ ,का सदस्य हूँ। लिखना एक शौक के तौर पर शुरू किया है , व हिन्दुत्व व भारतीयता की अलख जगाने हेतु प्रयासरत हूँ.