गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

पलक बंद कर लूं, आंखों में बसा लूं
आ पास मेरे बैठ, तुझे अपना बना लूं
हर तरफ तेरा चेहरा, दिखता है अब मुझे
जहां तक मैं देखता हूं, जहां भी नजर डालूँ
कुछ गलतियां तुम मेरी, आज छुपा लो
नादानियां कुछ अपनी, मैं आज छुपा लूं
मुहब्बत हुई है तुमसे, बेइंतहा मुझे
जी चाहता है तुमको, इबादत मैं बना लूं
वजूद मेरा मिटकर तेरा वजूद हो जाए
फासले मिटाकर तुझमें मैं आज समा लूं
राजेश सिंह

राजेश सिंह

पिता. :श्री राम चंद्र सिंह जन्म तिथि. :०३ जुलाई १९७५ शिक्षा. :एमबीए(विपणन) वर्तमान पता. : फ्लैट नं: ऐ/303, गौतम अपार्टमेंट रहेजा टाउनशिप, मलाड (पूर्व) मुंबई-400097. व्यवसाय. : मुख्य प्रबंधक, राष्ट्रीयकृत बैंक, मुंबई मोबाइल. :09833775798/08369310727 ईमेल. :[email protected]