कविता

मेरे भैया

बचपन की मीठी यादों से
मन के कच्चे कोने में
अक्सर उभरती हैं ….
सौंधी-सुगंधित स्मृतियां
जो लातीं हैं चेहरे पर
अनायास ही…
सौम्य मुस्कान !
और आँखें देखने लगती हैं
चलचित्र…
जो बयां करतें हैं दास्तां,
भाई – बहन के प्यार की !

कभी बडो़ं के गुस्से से बचाना
और जब मर्जी हो,,,
तब पिटवाना !
चैनेल को लेकर आपस में लड़ना
रिमोट लेकर
आगे – पीछे भागना !
पढ़ाई पर छोटों को पीटना
सवाल समझाते हुए
बेझिझक चीखना !

व्यस्तताओं की आपाधापी में
वो यादें अभी भी ताजा हैं !
अब भी जब मिलते हैं
फुर्सत के पल,,,
जीतीं हूँ वो बीते लम्हें
और संग होता है मेरे
हमारा भाई -बहन का
सौहार्द्र का रिश्ता ॥

अंजु गुप्ता

*अंजु गुप्ता

Am Self Employed Soft Skill Trainer with more than 24 years of rich experience in Education field. Hindi is my passion & English is my profession. Qualification: B.Com, PGDMM, MBA, MA (English), B.Ed