मेरे हिंदुस्तान की शान है तिरंगा,
मेरे देश का अभिमान है तिरंगा।
सजदे में इसके झुकती है दुनिया,
हर हिंदुस्तानी का मान है तिरंगा।
क्या हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
देखो हर किसी की जान है तिरंगा।
गैरों के सामने झुकने नहीं देता ये,
हिंदुस्तानी का स्वाभिमान है तिरंगा।
हर रोज पूजा होती घर घर में यहाँ,
वाहेगुरु, अल्लाह, भगवान है तिरंगा।
अरदास, दुआ, प्रार्थना हिंदुस्तान की,
हर लब पर है जो वो गान है तिरंगा।
ना झुका है, ना झुकेगा किसी के आगे,
उस अल्लाह, ईश्वर का वरदान है तिरंगा।
“सुलक्षणा” भी सर झुकाती है तिरंगे को,
इस पूरी दुनिया में सबसे महान है तिरंगा।
— डॉ सुलक्षणा अहलावत