योगी जी इन साठ बच्चों की मौत का हिसाब देना होगा,
कौन हैं कसूरवार इसके लिए, इसका जवाब देना होगा।
लीपापोती मत करना मामले की, ईश्वर सब देख रहा है,
लिखा जा रहा है हर लफ्ज उसकी बही में, जो कहा है।
माता पिता की गोदी में संतान की लाश देखो जाकर,
अगर कलेजा फट ना जाए तुम्हारा तो कहना आकर।
साधु सन्यासी योगी देते हैं आशीर्वाद दीर्घायु होने का,
पर आपके राज में मिला अपनों की लाशों पर रोने का।
खून खौल रहा है आपका राजनैतिक बयान सुनकर,
क्या इसी दिन के लिए मुख्यमंत्री बनाया था चुनकर।
नाथों की मर्यादा को मत भूलो, राजनीति के चक्कर में,
योगी होकर ऐसे कर्म, क्या मुंह दिखाओगे ईश्वर के घर में।
करो न्याय योगी जी, दो सजा इन बच्चों के हत्यारों को,
ब्रह्महत्या का लगेगा पाप जो छोड़ दोगे कसूरवारों को।
गुरु गोरखनाथ वाली रीत योगी जी निभाकर दिखाओ,
सुलक्षणा के जख्मों पर आकर न्याय का मरहम लगाओ।
— डॉ सुलक्षणा अहलावत