गणेशोत्सव मंगलमय हो
प्रिय बच्चो,
सदा खुश रहो,
कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको केवल कविता द्वारा अनेक विषयों पर कविता लिखना सिखाते हैं. आज गणेश चतुर्थी है. आज से 5 सितंबर तक गणेशोत्सव मनाया जाएगा. आप सबको गणेशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं. गणेश जी सबसे पहला पूजन पाने वाले देवता हैं. ये पिता शिव जी और मां गौरी के पुत्र हैं. संतोषी माता इनकी पुत्री हैं. शुभ-लाभ इनके पुत्रों का नाम है. इनको भोग में मोदक (एक तरह के चावल के मीठे लड्डू) प्रिय हैं. गणेश जी संकट हरने वाले और मंगल करने वाले देवता हैं. आज हम आपको गणेश जी पर कविता लिखना सिखाते हैं. आप भी लिख सकते हैं. कोशिश करके देखिए.
हे गणपति गणदेव गजानन,
देते हो सबको वरदान,
हमको बल-बुद्धि-विद्या-ग़ान का,
भक्ति-शक्ति का दे दो दान.
हे गणपति सारी सृष्टि को,
फूलों की खुशबू से भर दो,
सत्यं-शिवं-सुंदरं करके,
दुनिया को प्रीतिमय कर दो.
गणनायक शुभ-लाभ के दायक,
ऋद्धि-सिद्धि के स्वामी,
बल-बुद्धि-विद्या-आनंद-दाता,
गणपति अंतर्यामी.
बल-बुद्धि-विद्या-ज्ञान के स्वामी,
बल-बुद्धि-विद्या-ज्ञान हमें दो,
सेवा-सरलता-धीरज-शांति,
ऋद्धि-सिद्धि-नवनिधि का धन दो.
हे गणपति, हे देव गजानन,
हमको मंगल राह दिखाओ,
सद्गुण और सज्जन का संग दे,
मेरे मन को सुमन बनाओ.
आपकी नानी-दादी-ममी जैसी
— लीला तिवानी
आदरणीय बहनजी ! बेहद सुंदर व समसामयिक रचना के लिए धन्यवाद ।
प्रिय गुरमैल भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत सुंदर लगी. आपकी लाजवाब टिप्पणी ने इस कथा की गरिमा में चार चांद दिये हैं. अत्यंत सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार.
आपकी रचना को नमन।
प्रिय पंकज भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत सुंदर लगी. लाजवाब टिप्पणी के लिए आपको भी नमन. अत्यंत सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार.
सुन्दर रचना .