गौ सृष्टि का आरम्भ है
गौ सृष्टि का आरम्भ है
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गौ सृष्टि का आरम्भ है
शुभारंभ है |
गौ मानवता की पौशक है
दानवता को हानिकारक है ||
हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई भेद न करती
अपना अमृतमयी दुग्ध पिलाती |
अन्त समय में वैतरणी पार लगाती ||
गौ-गायत्री-गीता और गंगा भारत की पहचान
ये सब हैं ईश्वर का वरदान |
रे भोले इंसान इनको दे तू मान – सम्मान ||
अपनी आजादी की प्रतीक गौ माता है
मंगल पांडे का भाव सहज तब हृदय में आता है |
वेद-पुराण, बाईबल-कुरान ने गौ की महिमा बताई
फिर इस आदमी ने क्यों गौ पर छुरी चलाई…?
मत जिह्वा के स्वाद को धर्म बनाओ
अन्त समय के उस दृश्य को मत भुलाओ ||
गौ पालन है धर्म हमारा
गौ बचेगी तब ही तो देश बचेगा हमारा ||
गौ सृष्टि का आरम्भ है
शुभारंभ है ||