“तुलसी का बिरुआ गुणकारी”
विघ्न विनाशक मंगलकारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
यह पावन परिवेश बनाता,
इसीलिए तो पूजा जाता,
तुलसी का बिरुआ करता है,
घर-आँगन की पहरेदारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
वातावरण सुगन्धित करता,
संस्कार जीवन में भरता,
पूजा के प्रसाद में होती,
तुलसी जी की भागीदारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
तुलसी कलयुग की संजीवन,
माला होती इसकी पावन,
करती है मन को अविकारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
रोग-शोक भी निकट न आये,
सरदी-खाँसी दूर भगाए,
लहर-लहर लहराती जाती,
प्रणिमात्र की है हितकारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
अपना जीवन धन्य बनाओ।
तुलसी के बिरुए उपजाओ।
घर का वैद्य इसे ही कहते,
दूर भगाता यह बीमारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
—
(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
विघ्न विनाशक मंगलकारी।
तुलसी का पौधा गुणकारी।।
waah ji waah bahut sunder