जन्मदिन का उपहार, अब कैलेंडर के साथ app cum website भी सदाबहार
आज हम आप लोगों का सदाबहार कैलेंडर पर आधारित एक new app cum website से परिचय करवा रहे हैं, जिसे हमारे बहू-बेटे ने सदाबहार कैलेंडर के लिए आप लोगों की विशेष रुचि को देखते हुए हमारे जन्मदिन के उपलक्ष में उपहार-स्वरूप विकसित किया है. इसका लिंक है-
http://www.sadabaharcalendar.com/
जैसा कि शीर्षक से ही आपने अंदाजा लगा लिया होगा, कि यह एक app भी है और website भी, जिसे गूगल (Android) और ऐपल (iOS) पर लाइव कर दिया गया है.
इसकी कुछ विशेषताएं हम आपको बता देते हैं.
इसे आप मोबाइल पर भी डाउनलोड कर सकते हैं.
इसको खोलने से आपके लिए हर बार एक नया सुविचार खुलेगा.
हर अनमोल वचन के नीचे आपको उसका लिंक लिखा मिलेगा, जिसे क्लिक करने पर आप उस अनमोल वचन वाला मूल सदाबहार कैलेंडर पूरा पढ़ सकेंगे, ट्विटर या फेसबुक पर शेयर भी कर सकेंगे. इस लिंक पर आपको सदाबहार कैलेंडर का नंबर व उसमें अनमोल वचन का नंबर भी दिखेगा.
विवरण पर क्लिक करने से आप सदाबहार कैलेंडर के लेखक / रचनाकार का परिचय देख पाएंगे.
सदाबहार कैलेंडर के सृजन की कथा भी अत्यंत रोचक और चमत्कारिक है. इसे पढ़ने के लिए भी आपको विवरण पर क्लिक करना होगा. यहीं पर आपको इस ब्लॉग का लिंक मिलेगा. लिंक है-
गाथा सदाबहार कैलेंडर के सृजन की
आप इस सुविचार को मोबाइल से किसी को भेजना चाहें, तो भेज भी सकते हैं.
एक अनमोल वचन से दूसरे अनमोल वचन पर जाने के लिए रिफ्रैश को क्लिक करें.
हमारे सदाबहार कैलेंडर 2 तरह के हैं.
पहले हम सदाबहार कैलेंडर का प्रकाशन करते थे, जिसका संकलन केवल हमारे प्रयास पर आधारित होता था. सदाबहार कैलेंडर के लिए आपको साइट खोलने पर लिंक में S मिलेगा.
अब हम विशेष सदाबहार कैलेंडर का प्रकाशन करते हैं, जिसका संकलन पाठकों और हमारे मिलेजुले प्रयास पर आधारित होता है. विशेष सदाबहार कैलेंडर के लिए आपको साइट खोलने पर लिंक में V मिलेगा.
जैसे ही नया विशेष सदाबहार कैलेंडर प्रकाशित होता जाएगा, इस साइट पर उसको अपलोड कर दिया जाएगा. अब तक कई हज़ार अनमोल वचन प्रकाशित किए जा चुके हैं, जिनमें से आप लोगों के भेजे हुए अनगिनत अनमोल वचन भी सम्मिलित हैं.
यह साइट केवल आपके लिए ही नहीं, पूरे परिवार के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकती है.
कभी भी, कहीं भी देख सकने व किसी को भेज सकने के कारण सकारात्मकता और नैतिकता में उन्नति भी हो सकती है.
अब कुछ बातें बहू-बेटे के बारे में-
कनक्शन तारों के ही नहीं, दिलों के भी होते हैं.
यह कथन है हमारे बच्चों का, जो एक दिन स्काइप पर बात करते-करते बेटे ने कहा था. बात यह हुई, कि उस दिन मैं किचन से देर नियत समय से देर में फ्री हुई. जैसे ही मैं लैपटॉप तक आई, स्काइप कॉल आ गया. मैंने कहा- ”आपको कैसे पता, कि मैं आ गई हूं.”
बेटे ने कहा- ”कनक्शन तारों के ही नहीं, दिलों के भी होते हैं. लीजिए तैयार हो गया एक अनमोल वचन.”
अब हम बात करते हैं इस अनमोल वचन और app cum website की. कभी-कभी मन करता था, कि अन्य सदाबहार कैलेंडर्स के अनमोल वचनों का भी रसास्वादन किया जाए, लेकिन इनको ढूंढना अपने आप में एक मिशन हो जाता था. इस app cum website के आ जाने से यह काम बहुत आसान हो गया है. यह बात हमने कभी बच्चों को बताई भी नहीं थी, फिर भी उनके मन तक बात पहुंच गई और यह अनमोल वचन सत्य सिद्ध हो गया- ”कनक्शन तारों के ही नहीं, दिलों के भी होते हैं.”
आशा है आपको यह new app cum website का यह प्रयास पसंद आया होगा. इसकी और कुछ नवीन विशेषताएं आपको पता लगें, तो कामेंट्स में हमें बताएं. शुक्रिया.
बच्चों को अपनी व आपकी ओर से शुभ आशीर्वाद देते हुए हम अत्यंत हर्ष व प्रेम के साथ उनका यह जन्मदिन-उपहार स्वीकार करते हुए और हम इस app cum website को launch करते हैं, आप भी इसका लुत्फ़ उठाइए और सदुपयोग कीजिए.
आदरणीय बहन जी,
आपको जन्मदिन पर बहू-बेटे ने जो उपहार दिया है वह आपको तो सदैव याद रहेगा ही, पाठकों के लिए भी शुभ सौगात है। इतने ब्लॉग निरंतर लिखने के बाद भी आप किचन के लिए भी समय निकाल लेती हैं, जानकर आश्चर्य हुआ । app cum website के लांच पर बहुत बधाई ।
प्रिय रविंदर भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत सुंदर लगी. आपकी लाजवाब टिप्पणी ने इस कथा की गरिमा में चार चांद दिये हैं. आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. यह रचना हमारे साथ-साथ पाठकों को भी सदैव याद रहेगी. अत्यंत सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार.
बहिन जी, आपको जन्म दिवस की वर्षगाँठ पर बहुत बहुत शुभकामनायें !
आपका कलेंडर भी अच्छा लगा. रंगीन होता तो और अच्छा रहता.
आदरणीय सिंघल जी,
आपने देखा होगा की प्रतिक्रिया के कुछ शब्द फोटो के ऊपर आ जाते हैं, इसे
दुरुस्त करने की जरूरत है । धन्यवाद ।
भाई साहब, इस समस्या से मैं अवगत हूँ. पर अभी इसको ठीक करने का उपाय नहीं मिला है. वास्तव में वर्ड प्रेस में थोडा सुधार करने की जरूरत है. यह अभी मैं नहीं कर सकता. शायद मेरा बेटा कर सके. उससे कहूँगा. यदि वह न कर पाया तो कोई और उपाय सोचूंगा. आपको धन्यवाद और असुविधा के लिए खेद है.
प्रिय विजय भाई जी, जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया. अत्यंत सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार.
आदरणीय बहनजी ! जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं । आपके जन्मदिवस के शुभ अवसर पर आपके बहु और बेटे द्वारा आपको दिया गया यह वेबसाइट का उपहार बहुत ही नायाब लगा और आपने इसे पाठकों से साझा करके पाठकों को भी एक सुंदर से उपहार पेश कर दिया है । यह वेबसाइट बहुत ही अनोखी है । जितनी भी बार क्लिक करेंगे हर बार एक नया सुविचार स्क्रीन पर दिखता है ।
हमारे शास्त्रों में यह सिद्धांत तो पहले से ही प्रमाणित है कि कनेक्शन दिलों के भी होते हैं अब तो वैज्ञानिक भी इसे प्रमाणित कर रहे हैं । इस लेख द्वारा बेहद सुंदर उपहार के लिए आपका धन्यवाद ।
प्रिय राजकुमार भाई जी, जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया. यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत सुंदर लगी. आपकी लाजवाब टिप्पणी ने इस कथा की गरिमा में चार चांद दिये हैं. आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. यह रचना हमारे साथ-साथ पाठकों को भी सदैव याद रहेगी. अत्यंत सटीक व सार्थक प्रतिक्रिया के लिए आपका हार्दिक आभार.