जो बिताया फ़जूल में…
जो बिताया फ़जूल में हिसाब माँगेगा
वक्त हर हाल एक दिन जवाब माँगेगा
इस जमानें को सिर्फ ख़ार ही दिये जिसने
क्या भला वो जहान से गुलाब माँगेगा
आप जिस दिन नकाब को उतार कर निकले
देखना चाँद आप से शबाब माँगेगा
हर किसी को तलाश अम्न चैन की ही है
कौन रब से जहान में अज़ाब माँगेगा
ईश्क का जाम ही कभी नही पिया जिसने
हुस्न के हाथ से वही शराब माँगेगा
सतीश बंसल
१२.११.२०१७