“मुक्तक”
नाचत गावत ग्वाल मुरारी माधव मोहन।
गोवर्धन गिरि लपकि उचारी माधव मोहन।
जय जय केशव गोविंद प्रभु महिमा गिरधारी-
राधापति गोपाल कछारी माधव मोहन।।-1
नाम सहस्त्र रूप अलबेला माधव मोहन।
मोहक मोहन अति प्रिय छैला माधव मोहन।
राधा जी का प्यार अमर घनश्याम बिहारी-
गोकुल गलियाँ रचते मेला माधव मोहन।।-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी