“उसे क्या हुआ था” ? -लघु कथा
नवयुवक रामू भीमावरम से हैदराबाद पैसा कमाने के लिए आया |छरहरे बदन का सुघड़ -सुंदर , मेहनती और शालीन लड़का था | पत्नी भी साथ थी और पांच- छै वर्ष का एक लड़का भी था | दोनों पति -पत्नी घरों में काम करते थे और जो अतिरिक्त समय मिलता लोगों के कपड़ों में इस्त्री करके भी पैसा कमाते थे | रामू जो भी काम करता बहुत ही सलीके से करता था इसलिए बहुत कम समय में वह स्त्रियों के बीच चर्चित हो गया था | जब भी किसी को जरुरत पड़ती लोग काम करवाने के लिए रामू को बुला लेते |मैं भी उसे अतिरिक्त साफ़ सफाई के लिए बुला लेती थी | वह बहुत आकर्षक रंगोली डालता था और बिना कहे हमारी गली के सभी अपार्टमेंट के गेट पर देर रात रंगोली डाल देता किसी को कुछ बताता भी नहीं लेकिन उसकी इस कला से सभी परिचित थे | वो किसी से काम के ज्यादा पैसे भी न मांगता जो कोई जितना उसे दे देता वह ले लेता | उसे सोने के गहने पहनने का शौक था और गहने भी वो स्त्रियों के डिजाइन वाले पहनता था | गले में चेन ,हाथ में कई अंगूठियां और कड़ा भी पहने रहता था | पैंट के लेफ्ट साइड में स्त्रियों की तरह रुमाल खोंसे रहता था |
एक दिन मैंने उससे पूछ ही लिया -“रामू तुम यह सब क्यों पहनते हो ”?
उसने हँसकर कहा -“ मुझे पसंद है ”|
उसका उत्तर सुन मैं भी चुप रह गई |
एक दिन मैंने देखा कि “वह साड़ी -ब्लाऊज पहने है और बाल लम्बे करके जूड़ा बनाकर क्लिप लगाए हुए है |माथे पर तिलक, हाथों में चूड़ियां और गले में माला पहने हुए है | लोग उसे देख कर हँस रहे हैं | किसी ने मुझे बताया कि उसकी बीबी उसे छोड़कर चली गई है | लोगों ने बताया कि देर रात कुछ युवक आकर उसे कार में ले जाते हैं और छोड़ जाते हैं | वह कब सोता -जागता था, यह पता नहीं क्योंकि कभी -कभी वह दो -तीन बजे रात में आकर डोरबेल बजा देता और कहता मैं काम करने आया हूँ | लोग उसे डांटकर भगा देते” |
“कुछ समय तक वह स्त्रियों की अलग -अलग वेशभूषा में दिखता रहा फिर एक रात मैंने देखा कि सामने के अपार्टमेंट से जोर जोर से आवाजें आ रही हैं | मैंने चौकीदार से पूछा कि यह क्या हो रहा है” ?
उसने बताया -“रामू कम्पाउंड वाल फांद कर आने की कोशिश कर रहा था इसलिए उसे मार रहे है ”|
इस घटना के बाद रामू लापता हो गया | मेरा मन आज भी यह नहीं भूल पाता कि “उसे क्या हुआ था जो उसका मानसिक संतुलन खो गया ” ?
डॉ रमा द्विवेदी