कविता

हृदयोद्गार

कवि के मन में सहसा उपजे,
भांति भांति के विचार है कविता,
कवि का हृदयोद्गार है कविता ।
प्रणय मिलन की कल्पना और
स्वपनों का संसार है कविता,
प्रेम, दया, कभी क्रोधयुक्त,
सब भावो का भंडार है कविता,
कवि का हृदयोद्गार है कविता ।
वीर, श्रृंगार, करूण, शान्त कई
रसो का अंबार है कविता,
साहित्य कला का अभिन्न अंग ये,
जीवन का आधार है कविता,
कवि का हृदयोद्गार है कविता ।
जागृति का हथियार बने जो,
संस्कृति और संस्कार है कविता,
देशप्रेम से ओतप्रोत जो,
वीरो की हुँकार है कविता,
कवि का हृदयोद्गार है कविता ।
सुप्त अचेतन मन को जगाती,
दुर्बल का उपचार है कविता,
जन जन का उद्धार करे जो,
कुरीतियों का प्रतिकार है कविता,
कवि का हृदयोद्गार है कविता ।

नीतू शर्मा 'मधुजा'

नाम-नीतू शर्मा पिता-श्यामसुन्दर शर्मा जन्म दिनांक- 02-07-1992 शिक्षा-एम ए संस्कृत, बी एड. स्थान-जैतारण (पाली) राजस्थान संपर्क- [email protected]