झोली करकै मांगा मोदी जी नाटिये मत ना,
पूरी सुन लिये बीच में बात काटिये मत ना।
कड़वी दवाई प्याई तन्नै हम चुपचाप पी गए,
तकलीफ होई भतेरी पर होंठाँ नै हाम सी गए,
इब आई बारी म्हारी, तू हमनै डाटिये मत ना।
मुफ्त मिलै शिक्षा सबनै इस ओर कदम धरिये,
आरक्षण नै खत्म करकै तू नया चांदना करिये,
धर्म अर जात पात के नाम प तू बाँटिये मत ना।
मुफ्त म्ह हो इलाज सबका इसा काम कर दिए,
योग्यता के आधार प तू इब सारे पद भर दिए,
मंत्रिया की मान कै प्रतिभाओं नै आटिये मत ना।
सदा रह सरकार तेरी किसानां की गोझ भरै तै,
सुनहरे अक्षरां म्ह नाम लिखा जा ये काम करै तै,
सुनकै बात सुलक्षणा की, कमी छाँटिये मत ना।
©® डॉ सुलक्षणा