नन्हे नन्हे बालक
नन्हें – नन्हें बालक हो
उपवन सा सालोने हो!
आँगन की फुलवारी हो
मीठी सी मुस्कान हो!
सबको मीठे बोल सुनातें
माता- पिता के आँख के तारें!
बागो में खिले फूल हो
सबमे महक बिखेरे हो!
इनके बिन सूना जग सारा
हैं ये तो जग प्यारा – प्यारा!!
बिजया लक्ष्मी