बाल कविता
दीपों का त्यौहार दिवालीखुशियों का बौछार दिवालीप्रेम का सागर दिवालीचमकती हुई चांदनी दिवालीमां लक्ष्मी का वास दिवालीशुभ लाभ धन्य धान्य
Read Moreइन वादियों को देखोजहां चारों तरफ मौसम रंगीन हैइन खेतों को देखोजो हरे हरे चादर ओढ़ा हैइन पहाड़ों को देखोजहां
Read Moreबच्चे देखो प्यारे प्यारेलगते है सब न्यारे न्यारेउछल कूद करते है सारेइधर उधर घूमते है क्यारेपढ़ना लिखना इनको भाताखेल खिलौने
Read Moreगुड़िया रानी गुड़िया रानीमेरी प्यारी गुड़िया रानीभोली भाली कितनी सुंदरलगती हो तुम प्यारी प्यारीनन्हे नन्हे पैर है तेरेकाले बाल लगते
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