“पिरामिड”
क्यों
स्तब्ध
हो गया
नादान है
उसे समझ
वो उलझन है
विस्मित्त करती है॥-1
जा
हस्र
देखना
समझना
परखना भी
आश्चर्यचकित
करती है ललना॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
क्यों
स्तब्ध
हो गया
नादान है
उसे समझ
वो उलझन है
विस्मित्त करती है॥-1
जा
हस्र
देखना
समझना
परखना भी
आश्चर्यचकित
करती है ललना॥-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी