गीतिका : गुरु –महिमा
मान गुरु कहना सफल होते हैं
ज्ञान महिमा से कुशल होते हैं |
रोज़ हो गुरु मान दृढ़ हो सीखे
पथ दिखाने में प्रबल होते हैं |
हैं खज़ाना दान जो कम होते
प्रेम पाये से विमल होते हैं |
देख मुश्किल में दखल होते हैं
बत्स खिले बढ़ते अवल होते हैं |
गुरु नमन अपने सरल होते हैं
जिंदगी में जो असल होते हैं |
— रेखा मोहन