// यह क्यों…? //
// यह क्यों…? //
दलितों की उन्नति पर
व्यंगय, परिहास क्यों ?
आक्रोश, जलन है नित्य
आरक्षण के खिलाफ ?
हजारों सालों से
जाति, धर्म, सांप्रदाय के नाम पर
वर्ण, जाति, वर्ग की नीति
सवर्ण के सुख भोग की रचना नहीं?
दलितों का दमन, शोषण, अत्याचार,
इस धोखाधड़ी का कौन सा नाम दें?
अधर्म, अन्याय से मुक्ति पाकर
स्वतंत्रता के पंख पसारना
सामाजिक अधोगति मानते हो?
हमारी समानता की भावनाएँ,
चाल – चलन, पोशाक,
मानवतावादी चिंतन
क्या , तुम्हारी आँखों में
काँटे की तरह है, खटकती?
बलवानों की कुटिल नीति है,
भेद – विभेदों के जाल में
हमारी एकता को बंदी बनाना?
सत्य, धर्म ,अहिंसा व्रती को
अपनी मुट्ठी में कुचले रहना,
मनुवाद का मर्म है, खोलके देखो?