कविता

कविता

शाश्वत सत्य:- जिंदगी
ये तन
हाड़ मांस का पुतला
क्षण भंगुर
इसके रूप अनेक
सुंदरता कुरूपता
गुण अवगुण सारे
बालपन युवा
किशोर बुजुर्ग
किश्तों में
गुजरता
ये जीवन
कभी यश
कभी अपयश
हानि लाभ
मान अपमान
लालच संतुष्टि
अपना पराया
सच झूंठ
ये सब आँखों देखी
गुजरती जिंदगी
शांति की खोज में
दर दर भटकती
ओझा तांत्रिक
साधु यति संग
गुजरती जिंदगी
तीर्थ धाम
पूजा वंदना
यज्ञ हवन
करते
पापो का प्रायच्छित
करते गुजरती जिंदगी
अपना परिवार
कुटुंब कबीला
रिश्ते नाते
निभाकर
सुख वैभव के
ढेरो साधन जुटा
भागती दौड़ती
गुजरती जिंदगी
क्या यही है
जिंदगी?
कवि राजेश पुरोहित

डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email [email protected]