गीतिका/ग़ज़ल

गज़ल

हाल कितना हुआ बुरा साहब
काम आई न कुछ दुआ साहिब
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प्यार बदला है किस तरह देखो
तुम भी रहने लगे ख़फ़ा साहब
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इस तरह क्यों हुए ख़फ़ा मुझसे
मैंने ऐसा भी क्या किया साहब
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दर्द आँसू फ़क़त है दामन में
प्यार का ये सिला मिला साहब
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रात कटती है तेरी यादों में
रोज का है ये सिलसिला साहब
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तुम वफाओं की बात मत करना
जान भी दूँगी मैं लुटा साहब
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कारवां दूर तक चलेगा क्या
सबकी रफ्तार है जुदा साहब
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इश्क वो मर्ज़ है जमाने में
जिसकी कोई नहीं दवा साहब
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वक्त बदलेगा लोग बदलेंगे
पर न बदलेगी ये रमा साहब

रमा प्रवीर वर्मा
नागपुर , महाराष्ट्र

रमा वर्मा

श्रीमती रमा वर्मा श्री प्रवीर वर्मा प्लाट नं. 13, आशीर्वाद नगर हुड्केश्वर रोड , रेखानील काम्प्लेक्स के पास नागपुर - 24 (महाराष्ट्र) दूरभाष – ७६२०७५२६०३