वतन को नमन
तुझको नमन ऐ मेरे वतन,
महिमा तेरी मैं क्या कहूं?
तेरे गुणों का गान मैं,
हरदम यों ही करती रहूं.
जन्मी यहीं, पली यहीं,
खाया यहीं, खेली यहीं,
तेरी शरण को छोड़कर,
किसकी शरण मैं जा गहूं?
पिता का प्यार मिला यहीं,
मां का दुलार मिला यहीं,
भाई-बंधु-मित्र का,
प्यार यहीं पाती रहूं.
मेरा राम तू, रहीम तू,
ईसा मसीह, नानक भी तू,
भारत भू सभी की है,
सबको यही बता सकूं.
भारत प्यारा देश हमारा,
है सारे देशों से न्यारा,
विंध्य-हिमाचल रक्षा करते,
सींचे गंगा-यमुना धारा.
इसकी हर बेटी प्यारी है,
हर बेटा है इसका दुलारा,
एक ही माला के हम मोती,
यह है अपना भाग्य-सितारा.