हम हैं भारत के वासी
हम हैं भारत के वासी
हम हैं भारत के वासी, हमको सबसे प्यार,
वो भी हमसे प्यार करे, नहीं इसका इंतजार।
अगर हो संदेह किसी को इसमें, काश्मीर में देख लो यार,
हम हैं भारत के वासी, हमको सबसे प्यार।।
नित्य पत्थर मारें जाते हैं, , सहते नित्य अपमान,
तुम्हें सुरक्षित रखने की खातिर, होते हंसते कुर्बान।
फिर भी देश के सैनिकों संग, होता दुर्व्यवहार,
तुम्हें प्रोत्साहित करते हैं, देश के कुछ गद्दार।
हम हैं भारत के वासी, हमको सबसे प्यार।।
कह देते हैं आज यह सुन लो, देश की सरकार,
बंद करो अब दाना – पानी इनका, इनके आंका हजार।
देश का ‘ कर ‘ खाकर भी, जो करें ऐसे अत्याचार,
इनकी एक सज़ा भारत में,सर धड़ से अलग करें तलवार।
हम हैं भारत के वासी, हमको सबसे प्यार।।
✍️ संजय सिंह राजपूत ✍️