डिस्को की डिस्क
गली-गली में जब से गूंजी, डिस्को की आवाज,
युवक-युवतियां लगे थिरकने, चमक उठे सब साज.
धीरे-धीरे लगी बढ़ने जब, डिस्को की डिमांड,
सप्लाई कम होती जाती, बढ़ती जाती और डिमांड.
इसका भी हल खूब निकाला, टेप बनाने वालों ने,
डिस्को दुनिया, डिस्को नशा से, धन लूटा दिलवालों ने.
डिस्को सूट, डिस्को ही चुन्नियां, डिस्को ट्माटर-आलू-प्याज,
पैन भी डिस्को, बर्तन डिस्को, डिस्को लगा कमाने ब्याज.
डिस्को बिंदी, डिस्को चूड़ी, डिस्को चप्पल, डिस्को सैंडल,
नजर जहां तक जाती है बस, डिस्को का ही दिखता स्कैंडल.
डिस्को टी.वी., टेप रिकॉर्डर, डिस्को रेडियो खूब चले,
बच्चों के भी डिस्को नाम ही, सबको लगते बड़े भले.
प्रतिदिन जिसमें जाना होता, उस बस का है डिस्को नाम.
हमको देख खिसकना होता, उसका सबसे प्यारा काम.
किया कमाल घड़ी डिस्को ने, रोज सुबह रुक जाती है,
शादी की घोड़ी की भांति, फिर चलने लग जाती है.
डिस्को एटी टू, डिस्को स्टेशन, डिस्को बादशाह, डिस्को दीवाने,
आइ एम ए डिस्को डॉन्सर जैसे, खूब चले हैं फिल्मी गाने.
जाने कब पीछा छोटेगा, कम होगा डिस्को का खुमार,
लोग चाहते उन्हें चढ़े तो, केवल डिस्को का ही बुखार.
डिस्को की डिस्क जब खिसकेगी, होगा तब जग का उद्धार,
युवक नया निर्माण करेंगे, पुनः बनेंगे वे खुद्दार.
डिस्को को तब लाज लगेगी, रोएगा कोने में बैठ,
अभी तो इसका राज निराला, निकल जाएगी इसकी ऐंठ.
डिस्को शब्द 35 साल पहले पहली बार प्रचलन में आया था. आते ही इसने धूम मचाई थी. 1984 में लिखी गए इस कविता ‘डिस्को की डिस्क’ ने भी बहुत धूम मचाई थी. छात्रों में यह विशेष लोकप्रिय हुई थी और मुझे भी कई बार सुनाने का सुअवसर मिला था.
लीला बहन , यह एक बुखार ही था .अपने अपने उतर रहा है ,डिस्को को तब लाज लगेगी, रोएगा कोने में बैठ,
अभी तो इसका राज निराला, निकल जाएगी इसकी ऐंठ. ठीक ही तो है .
प्रिय गुरमैल भाई जी, यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ, कि आपको रचना बहुत सुंदर लगी. हमेशा की तरह आपकी लाजवाब टिप्पणी ने इस ब्लॉग की गरिमा में चार चांद लगा दिये हैं. ब्लॉग का संज्ञान लेने, इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.
डिस्को शब्द का प्रचलन
डिस्को शब्द 35 साल पहले पहली बार प्रचलन में आया था. आते ही इसने धूम मचाई थी. 1984 में लिखी गए इस कविता ‘डिस्को की डिस्क’ ने भी बहुत धूम मचाई थी. छात्रों में यह विशेष लोकप्रिय हुई थी और मुझे भी कई बार सुनाने का सुअवसर मिला था. अब इस शब्द की ऐंठ निकल गई है,इसकी पूछ कम हो गई है.