विज्ञान-बाला
आज हर्षिता के हर्ष का ठिकाना नहीं था. वह अतीत की स्मृतियों में खो गई.
हर्षिता न तो आईटी कंपनी की इंजिनियर है और न ही अधिक पढ़ी-लिखी बाला, लेकिन छोटी-सी उम्र में प्रतिभा में वह किसी से कम नहीं है.
”आपने 14 साल की उम्र में पढ़ाई क्यों छोड़ दी थी?” पत्रकार द्वारा सहारनपुर की 16 साल की हर्षिता अरोड़ा से पूछा गया.
”मैं भारत में शिक्षा को कमतर नहीं आंकती लेकिन ये कॉमन कोर्सेज मेरे लिए नहीं हैं. मेरे कम्प्यूटर टीचर ने मुझे तकनीक की एक नई दुनिया से रूबरू कराया. मैं जो करना चाहती हूं वह मुझे वर्तमान शिक्षण व्यवस्था में नहीं मिलेगा. स्कूलों में कम्प्यूटर को भी महत्व देना चाहिए.” हर्षिता का जवाब था.
”आजकल सोशल मीडिया पर आपकी खासी चर्चा है, वजह बता सकेंगी?” अगला प्रश्न था.
”सम्भवतः आप बिटकॉइन माइनिंग और क्रिप्टोकरंसी के काम करने के तरीके के ऐप के बारे में बात कर रहे हैं!”
”हां जी, बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी के बारे में आपने पहली बार कब सुना था?”
”2016 में.”
”इतनी जल्दी आप चर्चा में भी आ गईं!” पत्रकार ने हैरानी से कहा.
”लगन और एकाग्रता से काम किया जाए, तो न कुछ मुश्किल होता है और न ही अधिक समय लगता है, फिर भी ऐप को विकसित करने के लिए छोटी-से-छोटी जानकारी जुटाने में 2 साल तो लग ही गए.”
”एक प्रश्न आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में. क्या आपके अभिभावक विज्ञान से पृष्ठभूमि से हैं?
”पृष्ठभूमि का तो नहीं कह सकती, लेकिन मेरे दृष्टिकोण को आप उन्हीं की देन है. वैसे ममी गृहिणी हैं और पापा फाइनेंसर.”
”बहुत अच्छे, अब आप इस ऐप के बारे में कुछ विस्तार से बताइए.”
”ऐप-स्टोर पर उपलब्ध यह पेड क्रिप्टो ऐप 1000 से ज्यादा क्रिप्टो करंसीज की वैल्यू में हो रहे बदलाव के बारे में बताता है. यह ऐप इसी साल 28 जनवरी को लॉन्च किया था.” हर्षिता ने हर्ष से कहा.
”इतने कम समय में यह हिट हो गया?” पत्रकार ने आश्चर्य मिश्रित हर्ष से कहा.
”इसे आप मेरी लगन और एकाग्रता का परिणाम व पुरस्कार भी कह सकते हैं.” हर्षिता का हर्ष चरम पर था.
”तो इस बार 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आपका ऐप विशेष चर्चा का विषय रहेगा?”
”ऐसा हुआ तो मुझे हर्ष ही होगा.” हर्षिता ने कहा.
सचमुच 28 फरवरी, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर ऐसा ही हुआ. विज्ञान-बाला हर्षिता और उसका क्रिप्टो ऐप अखबार की सुर्खियों में छाए हुए थे.
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है. 28 फरवरी को हर्षिता के ऐप को सिर्फ़ एक महीना ही हुआ है, लेकिन उसका पेड ऐप हिट हो गया है. 16 साल की बच्ची के लिए यह महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है. हमारी शुभकामना है, कि विज्ञान-बाला हर्षिता एक महान वैज्ञानिक बनकर उभरे. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर हर्षिता और अन्य सभी छोटे-बड़े वैज्ञानिकों को हमारी हार्दिक शुभकामनाएं.