होली पर राजनीतिक व्यंग
लैला लैला रटते रटते मंजनू हुआ दीवाना था
यह भी मोदी मोदी रटते पागलखाने जाएंगे
लेकिन जब इतिहास लिखा जाएगा पागलखाने का
यह मोदी जी के दीवाने नंबर वन कहलायेंगे
शूर्पणखा की याद आ गई सुनकर हंसी निराली
मेज लोग थपथपा रहे हैं उसे समझकर थाली
आप भी खुलकर खूब बजाओ तभी मजा आएगा
होली का त्योहार आ गया सदन में बजती ताली
— मनोज श्रीवास्तव