कविता

कविता

खामोशी का लिबास पहन
बहुत कुछ कहने का मन करता है कभी कभी
शब्दों में तुझे पिरो कर
गुनगुनाने का बहुत मन करता है कभी कभी
तू बेखबर नहीं जानती हूँ मैं
बस यूँ ही तुझे आजमाने का मन करता है कभी कभी
डॉली 

डॉली अग्रवाल

पता - गुड़गांव ईमेल - dollyaggarwal76@gmail. com