पृष्ठभूमि
महिला पहलवान नवजोत कौर ने सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. वह यह मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. उनके इस स्वर्णिम इतिहास के पीछे जो पारिवारिक पृष्ठभूमि है, नवजोत कौर उसको शायद कभी नहीं भुला पाएगी.
उसे अच्छी तरह याद है, कि उसकी सफलता के पीछे उनके पूरे परिवार का त्याग और अथक मेहनत भी छिपी है. पिछले लगभग दस सालों से उसके किसान पिता सुखचैन सिंह ने अपना सुख-चैन ताक पर रख कर कर्ज ले-लेकर अपनी बेटी की ट्रेनिंग में मदद की थी. भाई युवराज अच्छा क्रिकेट खेलते थे, लेकिन उन्होंने भी अपने पिता और बहन नवजोत की मदद के लिए खेल छोड़कर किसानी शुरू कर दी थी.
आपसी सहयोग और प्रेम-प्यार की पारिवारिक पृष्ठभूमि ने नवजोत कौर की नव ज्योति को प्रज्ज्वलित कर दिया था.
शाबाश मनु
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