लघुकथा

चेतावनी

कुछ समय पहले एक चेतावनी दी गई थी-
”आने वाले समय में बढ़ती जनसंख्या, जलवायु परिवर्तन और उल्का पिंड से टकराव की वजह से होने वाले परिणाम से इंसान के लिए खुद को बचाना असंभव हो जाएगा, इसलिए वे किसी दूसरे ग्रह पर बस जाएं”. 
यह चेतावनी स्टीफन हॉकिंग ने दी थी. 
8 जनवरी, 1942 को इंग्लैंड को ऑक्सफर्ड में सेंकड वर्ल्ड वॉर के समय स्टीफन हॉकिंग का जन्म हुआ था. हॉकिंग को 21 साल की उम्र में amyotrophic lateral sclerosis (ALS) नामक गंभीर बीमारी हो गई थी. इसमें शरीर की मांस पेशियां काम करना बंद कर देती हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि स्टीफन हॉकिंग के दिमाग को छोड़कर उनके शरीर का कोई भी भाग काम नहीं करता था. हॉकिंग चल फिर नहीं सकते थे, वह बातें भी कंप्यूटर की सहायता से कर पाते थे. डॉक्टरों का अनुमान था कि वह पांच साल से ज्यादा जिंदा नहीं रह सकेंगे, लेकिन उन्होंने इन दावों को झुठला दिया. हॉकिंग के पास अपना एक उपकरण था, जो उनकी व्हीलचेअर में लगा था. इसकी सहायता से वह रोजमर्रा के कामों के अलावा अपनी खोज में भी जुटे रहते थे. 
1974 में स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया को अपनी सबसे महत्वपूर्ण खोज ब्लैक होल थिअरी के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि ब्लैक होल क्वॉन्टम प्रभावों की वजह गर्मी फैलाते हैं. ब्लैक होल थिअरी से रू-ब-रू कराने वाले स्टीफन हॉकिंग अपनी खोजों के लिए दुनिया के कुछ गिने-चुने भौतिक विज्ञानियों में से एक थे. उन्होंने ब्रह्मांड के कई रहस्यों से पर्दा उठाया लेकिन कभी भी उन्हें अपने काम के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं मिल सका. इसका कारण है- ”ब्लैक होल वास्तव में कोई छेद नहीं है, यह तो मरे हुए तारों के अवशेष हैं. करोड़ों, अरबों सालों के गुजरने के बाद किसी तारे की जिंदगी खत्म होती है और ब्लैक होल का जन्म होता है. इसे साबित करने का कोई तरीका है भी नहीं. जो हॉकिंग का सिद्धांत है अगर उसे वाकई देखा जा सकता, तो उन्हें नोबेल पुरस्कार मिल सकता था। लेकिन यह अरबों सालों में भी नहीं होता.”
साल 1998 में प्रकाशित हुई स्टीफन हॉकिंग की किताब ‘अ ब्रीफ हिस्ट्ररी ऑफ टाइम’ ने पूरी दुनिया में तहलका मचाया था. इस किताब में उन्होंने ब्रह्मांड विज्ञान के मुश्किल विषयों जैसे ‘बिग बैंग थिअरी’ और ब्लैक होल को इतने सरल तरीके से बताया कि एक साधारण पाठक भी उसे आसानी से समझ जाए. इस किताब की लाखों प्रतियां हाथों-हाथ बिक गई.
14 मार्च 2018 को स्टीफन हॉकिंग का देहांत हो गया. उन्होंने मृत्यु से कुछ समय पहले यह चेतावनी दी थी.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “चेतावनी

  • लीला तिवानी

    यह चेतावनी स्टीफन हॉकिंग ने दी थी.
    ”आने वाले समय में बढ़ती जनसंख्या, जलवायु परिवर्तन और उल्का पिंड से टकराव की वजह से होने वाले परिणाम से इंसान के लिए खुद को बचाना असंभव हो जाएगा, इसलिए वे किसी दूसरे ग्रह पर बस जाएं”.
    अपने भले के लिए हमें इस चेतावनी को गंभीरता से लेना और निदान करना होगा.

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