दिनभर वक्त़ हमारा अब !
मेरे पास आओ माँ,
गीत कोई सुनाओ माँ,
इम्तिहान खत्म हुए अब,
मौज करेंगे मिलकर सब!
मेरे पास…..
बंटु,बंबु और जीतू आओ,
यारो कुछ नया सुनाओ ,
दिनभर वक्त हमारा अब,
नतीजे आएंगे सोचेंगे तब!
मेरे पास……
दीदी मुझसे अब जलेगी,
मेरे बैट बल्ले की चलेगी,
कागज़ कलम का खेल बंद,
याद नहीं होते थे वो छंद !
मेरे पास……
पापा,दादु और दादी सुनो,
सब को छोड़ बस मुझे चुनो,
कहानियाँ मुझको सुनानी पड़ेंगी,
मेरी मांगे अभी और बड़ेंगी !
मेरे पास…..