तन्हा दीवानी
जिंदगी बन कर तेरी मेरी कहानी रह गई,
आँखों में बस मेरी अश्कों की रवानी रह गई,
रास न आया ज़िंदगी को मेरा आँचल फूलों का
काँटे ही दामन में इकलौती निशानी रह गई,
हसरतों की कब्रगा होकर मेरा दिल रह गया
चाहतें सारी की सारी अब रुहानी रह गई
शोर सन्नाटों का सुनती ही रही मैं रात भर
साथ मेरे तन्हा रोती रातरानी रह गई
मैं किसी की भी दुआओं में न शामिल हो सकी,
इश्क की राहों में तनहा मैं दीवानी रह गई।
प्रिया