भजन/भावगीत

मैय्या जी तेरी जय होवे

जय हो, जय हो, शेरांवाली मां मैय्या जी तेरी जय होवे 
जय हो, जय हो, जोतांवाली मां मैय्या जी तेरी जय होवे-
1.टिकुली तो मैय्या तूने थी मंगाई
बिंदिया भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
2.हरवा तो मैय्या तूने था मंगाया
माला भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
3.चूड़ा तो मैय्या तूने था मंगाया
कंगना भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
मेहंदी भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
4.तगड़ी तो मैय्या तूने थी मंगाई
गुच्छा भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
5.पायल तो मैय्या तूने थी मंगाई
बिछुए भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
6.चोला तो मैय्या तूने था मंगाया
चुनरी भी लाई हूं मैं साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
7.विनती है मैय्या दर्शन दे दे
जोड़ूं मैय्या तुझको मैं हाथ मैय्या जी तेरी जय होवे-
नाचो-नाचो मैय्या मेरे साथ मैय्या जी तेरी जय होवे-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

One thought on “मैय्या जी तेरी जय होवे

  • लीला तिवानी

    मां दुर्गा के 9 रूपों में से छठा रूप है चार भुजाओं वाली देवी कात्ययनी का। देवी का छठा रूप होने के कारण नवरात्र की षष्ठी तिथि को इनकी पूजा का विधान है। कात्यायनी देवी को महिषासुर का वध करने के कारण महिषासुरमर्दनी के नाम से भी जाना जाता है।

Comments are closed.