मुक्तक
गगन में सूर्य होता है, चमक दे शीत हरता है
गगन में चन्दा होता है, शीतलता दे ताप हरता है
गगन में तारों का मेला, चमकाता किस्मत को लेकिन
दिखाकर सत्पथ अलबेला, संताप भी दूर करता है.
गगन में सूर्य होता है, चमक दे शीत हरता है
गगन में चन्दा होता है, शीतलता दे ताप हरता है
गगन में तारों का मेला, चमकाता किस्मत को लेकिन
दिखाकर सत्पथ अलबेला, संताप भी दूर करता है.