क्यूं मुकर्रर नहीं?
क्या करे क्या नहीं?
क्यों यह मुकर्रर नहीं?
*
क्यों परेशान सा हैं ?
यहाँ हर कोई आदमी……?
*
उठ रहे सवाल?
कर रहे बवाल?
*
किधर जाए?
हल कोई ?
क्यों मिलता नहीं?
*
मेरे जहन में जिसका तसव्वुर
वो जहान् है कहीं ?
उसके निशान मुझको
क्यों मिलते नहीं?
*
न कोई सकून न वो मस्कन कहीं?
न कोई गमख्वार न वो हमसुखन कहीं?
*
दिल कहता बार बार…. रख जज़्बा ।
यकीनन एक दिन सब मिलेगा… यहीं।
एक दिन सब मिलेगा ….यहीं।
विजेता सूरी, रमण
15.4.2018