खुशबुओं का कहाँ ठिकाना है
हर तरफ फैलते ही जाना है ।
खुशबुओं का कहाँ ठिकाना है ।
हमसफ़र आप सा मिले जिसको,
उसका तो हर सफर सुहाना है ।
हमने पूछा कि ज़िन्दगी क्या है,
उसने बोला कि मुस्कराना है ।
आपको हर खुशी मुबारक हो,
हर दुआ का यही तराना है ।
किस्सा ए ज़िन्दगी अगर समझो,
कुछ हकीकत है कुछ फ़साना है ।
देख कर जिसको जान जाती है,
ज़िन्दगी का वही बहाना है ।
नीरज निश्चल