सावधानियां
आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक ने हमें बहुत-सी सुविधाएं दी हैं, लेकिन जब हम उन सुविधाओं का दुरुपयोग करते हैं, तो हमें अनेक असुविधाओं से दो-चार होना पड़ता है. अब देखिए न हम फैशन के कारण रोज अपने मोबाइल, लैपटॉप आदि बदलते हैं और उन्हें यों ही कचरे में फेंक देते हैं, उससे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचता है. इसी तरह हम पॉलीथिन का मोह भी नहीं छोड़ पा रहे हैं, उससे भी प्रदूषण बढ़ रहा है. नतीजा देखिए-
देश के कई राज्यों में अगले 48 घंटे भारी, 13 राज्यों में बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी, हरियाणा में स्कूल बंद
अगले 48 घंटे में सूरज फेंकेगा गर्म तूफान, सारे सिग्नल हो सकते हैं बंद
आंधी-तूफान के दौरान बरतें ये सावधानियां
-घरों में ही रहें, जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें.
-गाड़ियों को पेड़ों के नीचे न खड़ी करें। आंधी-तूफान आने के दौरान पेड़ों का सहारा न लें.
-तेज आंधी-तूफान आने पर घरों से बाहर सुरक्षित स्थान पर बैठ जाएं.
-चक्रवात और तूफान कुछ ही घंटों में दिशा और गति बदल सकता है. अलर्ट को लेकर अपडेट रहें.
-खुले पड़े तख्तों, लोहे की नाली, चादरों, कूड़े के डिब्बों या ऐसे अन्य सामान को कसकर बांध दे या स्टोर में रखें.
-बड़ी खिड़कियों को टेप लगाकर बंद कर दें.
-मकान के मजबूत हिस्से की ओर घर के अंदर रहें.
-छत उड़ने लगे तो घर की ओट वाली खिड़कियों को खोल दें.
-यदि खुले में हैं तो बचने के लिए ओट लें, तूफान शांत होने पर ही बाहर निकलें.
-वाहन से सफर कर रहे हैं तो पेड़ के नीचे वाहन न रोकें.
-गैस, बिजली और पानी का कनेक्शन बंद कर दें.
-पालतू जानवरों को बांधकर न रखें. बिजली के पोल से दूर रहें.
हाई हील्स की वजह से बिगड़ा मां का बैलेंस, गोद से गिरकर मासूम की मौत
फैशन की होड़ में हम हाई हील्स का प्रयोग करते हैं. हाई हील्स की वजह से बिगड़ा मां का बैलेंस, गोद से गिरकर छह महीने के मासूम की मौत हो गई. मुंबई के कल्याण के एक वेडिंग हॉल में हाई हील्स पहनने की वजह से मां का बैलेंस बिगड़ गया और उनका छह महीने का मासूम बच्चा छिटककर फर्स्ट फ्लोर से नीचे जा गिरा. फौरन परिवारवाले खून से लथपथ हालत में उसे लेकर अस्पताल भागे जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
तमिलनाडु: हेडफोन लगाकर सो गई महिला, करंट लगने से गई जान
म्यूजिक के शौकीन लोगों को अक्सर हेडफोन पर गाने सुनते हुए सोने की आदत होती है लेकिन तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में यह गलती एक महिला पर भारी पड़ गई. 46 वर्षीय यह महिला हेडफोन लगाकर सो गई, जिसके बाद करंट लगने से उसकी मौत हो गई.
इसी तरह सिगरेट और शराब से सावधान होना भी अत्यावश्यक है. पता होते हुए भी सिगरेट और शराब का प्रयोग नहीं रुक पा रहा.
पावर बैंक असली है या नकली? ऐसे करें पता
स्मार्टफोन की बैटरी खत्म हो जाए और हमारे काम अटक जाएं, ऐसे में पावरबैंक सबसे बड़ा सहारा है. अगर आप कहीं ऐसी जगह जाते हैं जहां बिजली न हो और न फोन को चार्ज करने की सुविधा हो, और आपके पास पावरबैंक है तो आपकी समस्या खत्म, लेकिन मार्केट में अब नकली पावरबैंक की भरमार है और असली व नकली की पहचान करना मुश्किल होता जा रहा है. मेट्रो स्टेशन के बाहर, फुटपाथ पर और इलेक्ट्रॉनिक बाज़ारों में आप धोखा खा सकते हैं. ऐसे में पावरबैंक खरीदने से पहले कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं ताकि आप नकली पावर बैंक खरीदकर ठगी का शिकार न बन जाएं.
सबसे पहले देखें कि पावर बैंक पर ब्रैंड का नाम लिखा है या नहीं. अगर कोई ब्रैंड नहीं दिख रहा है तो पावर बैंक नकली है.
ध्यान रहे कि अगर नकली पावर बैंक का वज़न हल्का होता है. 5000 एमएएच क्षमता वाले नकली पावर बैंक भी हाथ में लेने पर हल्का ही लगता है. इसलिए पावर बैंक खरीदते समय उसके वज़न का ध्यान रखें। अगर 5000 एमएएच की बैटरी होगी तो ज़ाहिर है कुछ तो वज़न होगा ही.
इसके अलावा नकली पावर बैंक बहुत ज्यादा कम कीमत पर बेचे जाते हैं. अगर कोई पावर बैंक, जिस पर जानी-मानी कंपनी का जिक्र है और वो बहुत सस्ते में बिक रहा है तो यह अलार्मिंग है, कि आप नकली पावर बैंक खरीदने जा रहे हैं.
100000 एमएएच या 500000 एमएएच क्षमता के नहीं आते पावरबैंक. धोखे में न आएं.
ध्यान रहे असली पावर बैंक वज़नी होता है और इनमें बहुत सारे फीचर्स नहीं होते.
जीवन के हर क्षेत्र में सावधानियां रखकर हम अपने और सबके जीवन को बचा सकते हैं.
देश के कई राज्यों में अगले 48 घंटे भारी, 13 राज्यों में बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी, हरियाणा में स्कूल बंद
उत्तर भारत के कई राज्यों में आने वाला तूफान राजस्थान, पंजाब, हरियाणा होता हुआ सोमवार रात दिल्ली-एनसीआर पहुंच गया।पालम, द्वारका और गुरुग्राम में तेज हवाएं चलने के बाद कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। अलर्ट की वजह से कई स्कूलों को बंद रखा गया है।
दिल्ली में तेज आंधी के खतरे को देखते हुए डीएमआरसी भी अलर्ट हो गई है। आंधी-तूफान के चलते मेट्रो के ऑपरेशन पर किसी तरह का कोई असर ना पड़े और पैंसेजर्स को दिक्कत ना हो, इसके लिए डीएमआरसी ने भी तमाम जरूरी इंतजाम कर लिए हैं।