प्रेम
ये कैसी प्रेम कहानी है
एक प्रेम के बस में
तो दुसरा प्पेम से दूर
क्या यही सच्चा प्यार है?
एक नजरें मिलाने पे विवस
तो दुसरा नजरे चुराने मे विवस
क्या यही सच्चा प्यार है?
एक बेल नही पाता
दुसरा समझ नही पाता
क्या यही सच्चा प्यार है?
एक प्यार मे पागल
दुसरा प्यार मे घायल
क्या यही सच्चा प्यार है?
अरे प्यार तो वो है
जो दो दिलों का संबंध है
जिसका न कोई मोल है
न कोई तौल है
प्रेम तो दो दिलो के बीच
होने वाले निस्वार्थ
अभिव्यक्ति है जिसे
सिर्फ अनुभव किया जा
सकता है!
— बिजया लक्ष्मी