सीख
रजत बड़ी उम्मीद के साथ अपने न्यूज़ चैनल के एडिटर के सामने खड़ा था।
“सर उस दिन निर्माणाधीन पुल के गिरने से हुए हादसे को मैंने पर्त दर पर्त उधेड़ दिया है। आज शाम प्राइम टाइम में यह न्यूज़ न्यूज़ चलाइए।”
एडिटर महोदय ने बड़े दार्शनिक अंदाज़ में कहा।
“तुम एक अच्छे रिपोर्टर हो। पर अभी तुम्हें यह सीखना है कि लोग क्या देखना चाहते हैं।”
“सर क्या लोगों को सच्चाई पता नहीं चलनी चाहिए ?”
एडिटर ने मुस्कुरा कर कहा।
“दिन भर धक्के खाकर जब लोग घर लौटते हैं तो उन्हें खबर में भी डेली सोप का मज़ा चाहिए। आज़ राजनीति के मंच पर दिनभर जो रेसलिंग हुई उस पर पंकज ने अच्छी रिपोर्ट बनाई है।”
रजत उनकी बात सुनकर हैरान था।
“घबराओ नहीं मेहनती हो सीख जाओगे।”