कलम की व्यथा
आँखे छुपा लू कैसे ।
मुझे सब दिखता है ।।
आईने की तस्वीर के पीछे क्या है
मुझे सब दिखता है ।।
क्यों रोती है माँ ।
मुझे सब दिखता है ।।
क्यों अकेले में पिता रोता है ।
मुझे सब दिखता है ।।
नजर बचाकर बेटा सोता है कमरे में ।
मुझे सब दिखता है ।।
क्यों बेटी रोती है ससुराल में ।
मुझे सब दिखता है ।।
सब देख देख कर मेरा दिल है दुखी ।
कहाँ ये किसी को दिखता है ।।
आँखे छुपा लूं कैसे ।
मुझे सब दिखता है ।।