गीत – विश्व योग दिवस : 21 जून
है “विश्व योग दिवस” आज, नेक काम कर लो।
कुछ कसरतें, श्वसन-क्रियायें, प्राणायाम कर लो।।
हैं योग की ये शक्तियां नायाब दोस्तो ।
हर रोज़ योग-आसनों को तुम किया करो।
तप-योग से हर रोग का क़िस्सा तमाम कर लो।
कुछ कसरतें, श्वसन-क्रियायें, प्राणायाम कर लो।।
है “विश्व योग दिवस” ……..
अनुलोम और विलोम, भस्त्रिका ये भ्रामरी।
ये उड्डियान बंध, मूल बंध – उज्जायी।
ऐ बन्धु!, मन में शुद्धता का इंतजाम कर लो।
कुछ कसरतें, श्वसन-क्रियायें, प्राणायाम कर लो।।
है “विश्व योग दिवस” ……..
ये “सूर्य नमस्कार” तो सबसे मुफ़ीद है।
है आसनों का राजा ये, दुनियां मुरीद है।
ऐ ‘भान’!, भक्ति-योग को भारत के नाम कर लो।
कुछ कसरतें, श्वसन-क्रियायें, प्राणायाम कर लो।।
है “विश्व योग दिवस” ……..
— उदयभान पाण्डेय ‘भान’