कविता

कविता

– तुलसी
हमको बचपन से प्यारी तुलसी
इस युग में है अवतारी तुलसी
हर घर जन लगी दुलारी तुलसी |
गमला धरती सब प्यारी तुलसी
कार्तिक पूजन तैयारी तुलसी
हर नारी पूजन वारी तुलसी |
हर आंगन खुशबू से निखर रहा
अपनी महक दे बढा बिखर रहा
हर वास सुवास भरे ठहर रहा |
तुलसी बहुत गुणों की है भंडार
देवों दिल भाया पाया आहार
ना श्यामा-रामा तुलसी पुकार ।
श्री पति कंत श्याम संग ब्याही
गठजोड़ पा सदा लिये आधार
हो सदा ही खुशियों का व्यबहार |
जिस घर में भी तुलसी अर्चना हो
बुरी बला नहीं पास भटकन हो
मन बेचैन ना बढ़ी धड़कन हो |
रोज़ माँ तुलसी को प्रणाम करो
रविवार ना पास से विश्राम हरो
प्रभु कृष्ण संग याद से कर धरो |
रेखा मोहन 7/4/२०18

*रेखा मोहन

रेखा मोहन एक सर्वगुण सम्पन्न लेखिका हैं | रेखा मोहन का जन्म तारीख ७ अक्टूबर को पिता श्री सोम प्रकाश और माता श्रीमती कृष्णा चोपड़ा के घर हुआ| रेखा मोहन की शैक्षिक योग्यताओं में एम.ऐ. हिन्दी, एम.ऐ. पंजाबी, इंग्लिश इलीकटीव, बी.एड., डिप्लोमा उर्दू और ओप्शन संस्कृत सम्मिलित हैं| उनके पति श्री योगीन्द्र मोहन लेखन–कला में पूर्ण सहयोग देते हैं| उनको पटियाला गौरव, बेस्ट टीचर, सामाजिक क्षेत्र में बेस्ट सर्विस अवार्ड से सम्मानित किया जा चूका है| रेखा मोहन की लिखी रचनाएँ बहुत से समाचार-पत्रों और मैगज़ीनों में प्रकाशित होती रहती हैं| Address: E-201, Type III Behind Harpal Tiwana Auditorium Model Town, PATIALA ईमेल [email protected]