गीतिका/ग़ज़ल

दिल की बात कहता हूँ !

सुनो गर तो आज दिल की बात कहता हूँ!
कह न सका जो बरसों वो जज़्बात कहता हूँ!

चाँद को तारों से कहनी थी जो अनकही ;
वो हसीन झिलमिल सी मुलाकात कहता हूँ!

ख्वाबों का हकीकत से फसाना जुदा होता है;
सच्ची सीधी है चाहे पर वही बात कहता हूँ !

वतन के लिए हर कोई सोचता कहाँ है ;
उन वीरों की हिम्मत की करामात कहता हूँ !

तुम थे तो जीने की ख्वाहिश थी जि़न्दा ;
तुम्हारे बाद जीए वो अधूरे हालात कहता हूँ!

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |