गलियों चौबारों की बातें करूंगा
मै गलियों चौबारों की बातें करूंगा।
मै छोटे बाज़ारों की बाते करूंगा।
दुल्हन की नजाकत पे तू शेर कहना,
मै भूखे कहारों की बातें करूंगा।
दरवाजों की तख्ती बताती है ओहदे,
मै सुनती दीवारों की बातें करूंगा।
धरती से जब भी रूठेगी बदली,
मै मेघों मल्हारों की बातें करूंगा।
चमन जा रहा है दिनों दिन उजड़ता,
मै फिर भी बहारों की बातें करूंगा।
अकेले पड़ो जब मेरे पास आना,
मै तुमसे हज़ारों की बातें करूंगा।
ये मुझ तक रहेगा जो तूने किया है,
मै यारी और यारों की बातें करूंगा।