एक सितारा चला गया!!!
कवियों के साथी सच्चे,
आज अटल जी नहीं रहे।
सादे जीवन उच्च विचार के,
थे योद्धा अब नहीं रहे।।
सावन के जाते मेघों संग,
अटल रवि अब चलें गये।
नेताओं के प्यारे,जन प्रिय,
कवि हमारे, नहीं रहे।।
हृदय घायल मन आहत हैं,
एक युग संचालक चलें गये।
जन-जन के प्यारे, संघ दुलारे,
दुष्ट संघारक, नहीं रहे।।
मुस्कानों के फूल खिलाकर,
आदर्शों को आदर्श बनाकर।
जन-जन को आंसू देकर,
अटल बिहारी चलें गये।।
— हृदय जौनपुरी