घर में खुशियों का हो राज
गृह-प्रवेश के अवसर पर विशेष
(तर्ज़-हे गरीबनिवाज मेरी बांह फड़ लै———————)
घर में खुशियों का हो राज, भगवन कृपा कर दे
तेरी रहमत का हो ताज, भगवन कृपा कर दे
भगवन कृपा कर दे, भगवन कृपा कर दे- घर में खुशियों का हो राज—–
1.जिधर नज़र जाए मेरी दाता, नूर नज़र तेरा आए
तेरे रहम के बादल दाता, मधुरिम रस बरसाएं
ऐसी रहमत कर दे ऐसी रहमत कर दे- घर में खुशियों का हो राज—–
2.जो भी आए घर में दाता, इज़्ज़त पूरी पाए
मिले रहें मन सबके दाता, दूरी न आने पाए
ऐसी रहमत कर दे ऐसी रहमत कर दे- घर में खुशियों का हो राज—–
3.स्वस्थ रहे तन, स्वस्थ रहे मन, प्रेम का घर में डेरा
साहस और लगन का भगवन, मन में रहे बसेरा
ऐसी रहमत कर दे ऐसी रहमत कर दे- घर में खुशियों का हो राज—–
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥