लघुकथा – वर्जित
युगों बाद युगल धरती की ओर आया था।
स्त्री- ये कीड़े मकोड़े से क्या दिख रहे? एक दूसरे को मारते-काटते।
पुरुष- हमारी संतान।
स्त्री- नहीं ऐसा नहीं हो सकता।हमारी सन्तान में इतना काम, क्रोध, नफरत?
पुरुष- बीज हम दोनों ने ही बोया था। ईश्वर की चेतावनी भूल कर।
बोया पेड़ बबूल का….
— निवेदिता