माफी
देवेश पांच दिन की छुट्टी के बाद आज ऑफिस आया था. बॉस ने उसको तलब किया और बिना सूचना के पांच दिन की छुट्टी लेने पर कारण बताओ नोटिस देते हुए उसे अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अग्रिम सूचना भी दे दी. देवेश परेशान तो था ही, पर बॉस की इतना कड़ी देने सजा उसे कुछ अधिक ही लग रही थी. उसे गुमसुम देखकर कुछ साथियों ने उसे समझाकर माफी मागने की सलाह दी, जिस पर वह कतई राजी होने को तैयार नहीं था. उसे तो बस बॉस पर गुस्सा आ रहा था. अनुशासनात्मक कार्यवाही करने पर उसे सस्पैंड भी किया जा सकता था.
काम में मन न लगने के कारण उसने यों ही मोबाइल हाथ में उठा लिया. तभी उसके सामने एक समाचार आया-
”गर्लफ्रेंड के साथ छुट्टी पर गए, नॉर्वे के मंत्री को देना पड़ा इस्तीफा” उसने जल्दी से समाचार पढ़ा-
नॉर्वे के एक मंत्री को ईरान की गर्लफ्रेंड के साथ छुट्टी मनाना महंगा पड़ गया और इसलिए अपने पद से भी इस्तीफा देना पड़ा. ईरान की पूर्व ब्यूटी क्वीन बाहरेह लेतंस के साथ जुलाई में 58 साल के पीर सैंडबर्ग छुट्टी पर थे. अपनी ईरान यात्रा के बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री दफ्तर को पूर्व सूचना नहीं दी थी और इस कारण उनकी मंत्री पद से छुट्टी हो गई. नॉर्वे के मंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री दफ्तर को अपनी यात्रा के बारे में पूर्व सूचना नहीं दी थी.”
देवेश को लगा कि हम विदेशों की अंधाधुंध नकल में तो माहिर हैं, लेकिन उनके अनुशासन के कायल हम नहीं हो पाते. उसके जैसी ही गलती करने के कारण एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और उसने अपनी गलती भी स्वीकार कर ली. उसे एक पढ़ा हुआ सुविचार याद आया-
”माफी मांगने के लिए व्यक्ति को मजबूत होना पड़ता है.
और एक मजबूत व्यक्ति ही माफ कर सकता है.”
वह भी मन को मजबूत करके अपनी गलती स्वीकार करके अपने बॉस से माफी मांगने चल पड़ा.
सच है-
गलती करके माफी मांगने वाला बड़ा होता है,
गलती माफ करने वाला उससे भी बड़ा होता है.