फिर भी नशा नही !
तेरा छोड़ के जाना! एक छल था ।
कोई हादसा नही ।
ये जिंदगी है अब, एक टूटा सितारा ।
कोई कहकशां नही ।
पी गया हूँ सारे मैखाने की शराब ।
फिर भी नशा नही ।।
नीरज सचान ।
तेरा छोड़ के जाना! एक छल था ।
कोई हादसा नही ।
ये जिंदगी है अब, एक टूटा सितारा ।
कोई कहकशां नही ।
पी गया हूँ सारे मैखाने की शराब ।
फिर भी नशा नही ।।
नीरज सचान ।